बार छे अठारा
तुहि मेरा दिलदारा
तेरे बिन मेरे यारा
न हो मेरा गुजारा
मेरे दिल की ये डोर
ढूंढे तेरा ही टोर
तू लगे चित चोर
तुझसा न कोई ओर
तू जो गया मुझे छोड़
दिखाता ना कोई ओर
हुआ यु बेसहारा
मैं जी न पाऊ यारा
मेरे दिल की तू धुन
तू लग गई जैसे घुन
रहा मैं सपने बुन
सपना न हुआ साकार
तेरा ये अत्याचा
तोडा तूने मेरे दिल
मैं पूरा गया हिल
जुड़ा ना दिल दोबारा
मेरे बज गए पुरे बारा
बारा का न मुझे होश
चढ़ा ऐसा जोश
तेरी मुझको तमन्ना
मुश्किल हुआ है बचना
भुला मैं करो बार
छोड़ के घर बार
न कोई है आधार
मांगू सब से मैं उधर
आ गए मुझ मै विकार
बिगड़ा मेरा आकार
मच गया हाहाकार
कर दुःख का संहार
तू मेरा तारणहार।
Watch on YouTube;
like 👍🏾, share 👨👨👧👧👨👨👧👧👨👨👧👧, subscribe 🗞️
and click bell icon 🔔
By – Indal
Leave a comment